Visit blogadda.com to discover Indian blogs sa(u)ransh: A part of Me !: Humse ye jahan hai : The youth of today

Friday, December 5, 2008

Humse ye jahan hai : The youth of today

Recently I was talking to some one who mentioned that he met one of the young and upcoming singer as well as his father in Singapore airport. at one side where father was ever humble the younger one was very confident to the extend of being a little impolite. I would not justify the behaviour in this particular case but in general I freel there is a change in Indian youth , it has become strong , confident and aggresive unlike old days when it was humble and down to earth. Consider the example of cricket itself , there is a huge difference in the leadership shown by Kapil dev , then by Ganguly and now Dhoni. Youth is ever evolving and depending upon enviornment it becomes strong , bold and confident.

हमसे है ताक़त , हमसे है हिम्मत हमसे ये जहाँ है
दोस्तों हमारे जैसा दुनिया में कोई कहाँ है
जिस जगह हम रुके एक नयी मंजिल बन जाती है
कोई नही है साथ फिर भी सारी दुनिया साथी है
नही इंतज़ार किसी कारवां का हम अकेले बअढ़ते जायेंगे
बदल डालेंगे नक्शे , हर सफर में एक नयी राह बनायेंगे
जो हो हिम्मत तो फिर होगा रब भी साथ किसी ने कहा है

हमसे है ताक़त , हमसे है हिम्मत हमसे ये जहाँ है

बंजर धरती में हम फिर से फूल खिला सकते है
आज जहा है मरुभूमि वहा पर भागीरथी बहा सकते है
जो जिद पे आ जाए तो धरती को आकाश में मिला देंगे
असफलता नही है स्वीकार , हर नामुमकिन को आसान बना देंगे
चुनौतियों को भी हमने दी चुनौती , विजय को जीत लिया है

हमसे है ताक़त , हमसे है हिम्मत हमसे ये जहाँ है

मानवता है धरम हमारा , परसेवा है कर्म हमारा
रहे प्यार और विश्वास इंसान में , ये सदा है प्रण हमारा
जाती पांति और उंच नीच की विषमताओं से हम परे है
सद्भाव और भाईचारे के ध्वज साथ लेकर चले है
एकता और समता का मंत्र हमे स्वयं युगपुरुषों ने दिया है

हमसे है ताक़त , हमसे है हिम्मत हमसे ये जहाँ है

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