Seeing some one dear to us in pain is the biggest pain
उसका हर आंसू तीर सा चुभता है
उसके दर्द से अपना दिल दुखता है
एक हलकी सी आह भी निकले जो
कई चीखों का शोर सुनायी पड़ता है
सब दुआओं को एक आवाज में सिमटे देखा है
कभी किसी अपने को तड़पते देखा है
अपनी तकलीफे सब छोटी हो जाती है
हम जागते है और राते सो जाती है
हो यदि उसके चहरे पे गम का साया
सारी मुस्कुराह्ते लवो से खो जाती है
खुशियों के बादलो को स्याह होते देखा है
कभी किसी अपने को तड़पते देखा है
जब सूरज भी रौशनी नही फैला पता
चारो पहर हो फैला अजीब सन्नाटा
उजाले और अंधेरे में फर्क नही होता
उसका हाथ थामे चुपचाप बैठे होते है
कितना कुछ कहने को फिर भी चुप रहते है
खामोशियों में बया दर्द समेट है
कभी किसी अपने को तड़पते देखा है
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